आंवला खाने के फायदें और नुकसान।

 इंडियन गूजबेरी को आंवला के नाम से जाना जाता है। विज्ञान ही नहीं बल्कि आयुर्वेद में भी इसका प्रमाण मिलता है, कि आंवला और इसका जूस शरीर की सभी प्रक्रियाओं को संतुलित करने के लिए इस्तेमाल होता है। इतना ही नहीं आयुर्वेद में बताया गया है कि आंवला जूस को हमारे शरीर के तीनो दोषों – वात, पित्त और कफ को भी संतुलित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

आंवला में विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है जो एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है और यह आपको फ्री रेडिकल के हानिकारक प्रभावों के खिलाफ सुरक्षा देता है। इससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद मिलती है और कोलेजन उत्पादन के लिए इसकी आवश्यकता होती है, जो हमारी त्वचा और बालों को स्वस्थ बनाए रखता है, और हमारे इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है। अगर आप इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करते हैं, आप आंवला और आंवला जूस के फायदे ले सकते हैं।

आंवला का आनेक भाषा में नाम।

हिंदी- आमला , आंवला, अनवरा, आम्बला

संस्कृत-अमृता, अमृतफल, आमलकी, पंचरसा 

अंग्रेजी-एँब्लिक माइरीबालन या इण्डियन गूजबेरी (Indian gooseberry)

 लैटिन-फ़िलैंथस एँबेलिका (Phyllanthus emblica)

उर्दू- आंवला (अनवाला)

उड़िया- औंला (ओनोला)

असमिया- आमला (आंवला), आमलुकी (अमलुकी)

कन्नड़- नेल्ली (नेल्ली), नेल्लिकाय (नेल्लिकाई)

गुजराती- आमला (आंवला), आमली (आमली)

तमिल- नेल्लिमार (नेल्लीमाराम)

तेलुगु- उसिरिकाय (उसिरिकाई)

बंगाली- आमला (आंवला), आमलकी (अमलकी)

नेपाली- अमला (आंवला)

मराठी- आवले (अनवाले), आवलकाठी (आवलकथी)

मलयालम- नेल्लिका (नेल्लिका), नेल्लीमारम (नेल्लीमाराम)

अरबी- आमलज्ज (अमलज्ज)

फ़ारसी- अमह (अमला), अमलाज़ (अमलाज़)

 यह वृक्ष समस्त भारत में जंगलों तथा बाग-बगीचों में होता है। इसकी ऊँचाई 20 से 25 फुट तक, छाल राख के रंग की, पत्ते इमली के पत्तों जैसे, किंतु कुछ बड़े तथा फूल पीले रंग के छोटे-छोटे होते हैं। फूलों के स्थान पर गोल, चमकते हुए, हरे रंग, पकने पर लाल रंग, सूखने पर काला रंग के, फल होते हैं, जो आँवला नाम से ही जाने जाते हैं। यह वृक्ष कार्तिक में फलता है।

आयुर्वेद के अनुसार हरीतकी (हड़) और आँवला दो सर्वोत्कृष्ट औषधियाँ हैं। इन दोनों में आँवले का महत्व अधिक है। चरक के मत से शारीरिक अवनति को रोकनेवाले अवस्थास्थापक द्रव्यों में आँवला सबसे प्रधान है। प्राचीन ग्रंथकारों ने इसको शिवा (कल्याणकारी), वयस्था (अवस्था को बनाए रखनेवाला) तथा धात्री (माता के समान रक्षा करनेवाला) कहा गया है।

आंवला खाने के तरीके।

आंवला और आंवला जूस के फायदों को सही तरीके से लेने के लिए जरूरी है कि आपको पता हो कि इसका इस्तेमाल कैसे करें। यहां हम बताने जा रहें हैं कि आंवला कैसे खाएं – आंवला के लाभ लेने के लिए सबसे प्रभावी तरीका है इसका जूस पीना, प्रतिदिन खाली पेट इसका जूस पियें या पानी के साथ इसे खाएं।यह आपके पाचन तंत्र को तो सही करेगा ही आपकी त्वचा को निखारेगा, बालों को घना और काला बनायेगा और साथ ही आपकी आँखों की रौशनी को भी बढ़ायेगा।

आँवला और आँवला जूस थोड़ा अरुचिकर हो सकता है पर यह हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त लाभकारी भी होता है।आप आँवला जूस के साथ थोड़ा निम्बू का रस और शहद भी मिला सकते हैं, जिससे इसका स्वाद थोड़ा सही हो जायेगा। यदि आप आंवला जूस को जामुन और करेले के जूस के साथ पिएंगे तो यह डायबिटीज को मैनेज करने में भी फायदा करता है। जिन लोगों को कोलेस्ट्रॉल लेवल और बालों से सम्बंधित समस्याएं हैं, उन्हें आँवला जूस और एलोवेरा का जूस एक साथ मिलाकर पीना चाहिए। इन दोनों को एक साथ पीने से आप अदभुत परिणाम पा सकते हैं।

आंवला के फायदें।

आंवला खाने का सबसे अच्छा समय सुबह होता है। आंवला एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है, जिससे यह बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद करता है और शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी मदद करता है और शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है।

आंवला में पर्याप्त मात्रा में अमीनो एसिड पाया जाता है, जो शरीर की मेटाबोलिक रेट को सुधारता है। आंवला पानी पीने से शरीर पर फैट नहीं जमता है। सुबह-सुबह खाली पेट आंवले का जूस पीना फायदेमंद होता है।

आंवला का सेवन नियमित रूप से लगातार करते रहने से मुंहासे, पिगमेंटेशन, झाइयां और दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं। यहां तक कि आंवले के पाउडर को फेस मास्क व हेयर मास्क के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

यदि आप अच्छी आँखों की रोशनी पाना चाहते हैं तो इसे सोने से पहले पीना बहुत ही लाभकारी हो सकता है। इसके अलावा यह जंक फूड्स के बुरे प्रभावों से भी आपको डेटोक्सीफाई करता है। 

 शरीर में गर्मी बढ़ जाने पर आंवला सबसे बेहतर उपाय है। आंवले के रस का सेवन या आंवले को किसी भी रूप में खाने पर यह ठंडक प्रदान करता है। हिचकी तथा उल्टी होने पर आंवले के रस को मिश्री के साथ दिन में दो-तीन बार सेवन करने से काफी राहत मिलेगी।

पुरुष और महिलाओं में फर्टिलिटी बढ़ाने और महिलाओं को गर्भ धारण करने में सहायता करता है। यह महिलाओं में ओव्लयूशन को बढ़ाता है और पुरुष में स्पर्म की क्वालिटी में सुधार लाता है।

बालों को काला, घना और चमकदार बनाने के लिए आंवले का प्रयोग होता है, इसके पाउडर से बाल धोने या फिर इसका सेवन करने से बालों की समस्याओं से निजात मिलती है।

याददाश्त बढ़ाने में आंवला काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए सुबह के समय आंवला का मुरब्बा गाय के दूध के साथ लेने से लाभ होता है, इसके अलावा आप प्रतिदिन आंवले के रस का प्रयोग भी कर सकते हैं।

बुखार से छुटकारा पाने के लिए आंवले के रस में छौंक लगाकर इसका सेवन करना चाहिए, इसके अलावा दांतों में दर्द और कैविटी होने पर आंवले के रस में थोड़ा सा कपूर मिला कर मसूड़ों पर लगाने से आराम मिलता है।

रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर, प्रतिदिन आंवले के रस का सेवन करना काफी लाभप्रद होता है। यह शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है, और खून की कमी नहीं होने देता।

आंखों के लिए आंवला अमृत समान है, यह आंखों की रौशनी को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके लिए रोजाना एक चम्मच आंवला के पाउडर को शहद के साथ लेने से लाभ मिलता है और मोतियाबिंद की समस्या भी खत्म हो जाती है।

डायबिटीज के मरीजों के लिए आंवला बहुत काम की चीज है, पीड़ि‍त व्यक्ति अगर आंवले के रस का प्रतिदिन शहद के साथ सेवन करे तो बीमारी से राहत मिलती है। 

एसिडिटी की समस्या होने पर आंवला बेहद फायदेमंद होता है। आंवले का पाउडर, चीनी के साथ मिलाकर खाने या पानी में डालकर पीने से एसिडिटी से राहत मिलती है। इसके अलावा आंवले का जूस पीने से पेट की सारी समस्याओं से निजात मि‍लती है।

पथरी की समस्या में भी आंवला कारगर उपाय साबित होता है। पथरी होने पर 40 दिन तक आंवले को सुखाकर उसका पाउडर बना लें, और उस पाउडर को प्रतिदिन मूली के रस में मिलाकर खाएं। इस प्रयोग से कुछ ही दिनों में पथरी गल जाएगी।

 आंवला प्राकृतिक लैग्जेटिव का काम करता है और शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। सुबह खाली पेट आंवला खाने या उसका जूस पीने से कब्ज और एसिडिटी से छुटकारा मिलता है।

आंवला में कैल्शियम की प्रचुर मात्रा में होता है, इसलिए इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होती है और जोड़ों के दर्द से भी मुक्ति दिलाता है।आंवला में पोटेशियम की मात्रा होती है, जिसकी वजह से शरीर की मांसपेशियों के लिए यह फायदेमंद होता है।

इन चीजों के साथ सेवन करने से फायदे।

आवंला कूटकर पेस्ट के रूप में तैयार कर लें। दो चम्मच आंवला का गूदा और दो चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम लें। जुकाम नहीं होगा, अगर है तो वह ठीक हो जाएगा।

6-7 दिन तक खाली पेट एक चम्मच केवल आंवला जूस पिएं। इससे पेट के कीड़े मरेंगे। पेट साफ होगा।

डायबिटीज़ की समस्या से जूझ रहे लोग भी आंवला जूस का सेवन कर सकते हैं। आंवला ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में कारगर है।

पेशाब में जलन हो तो खाली पेट आंवला और शहद मिलाकर पिएं। राहत मिलेगी।

खांसी के लिए भी आंवला काफी फायदेमंद है। आंवला का मुरब्बा दूध के साथ लें। खांसी में आराम मिलेगा।

सफेद बालों को काला करने में आंवला कारगर है। नारियल के तेल में दो से तीन साबुत आंवला रात में भिगोकर रखें। सुबह में इस तेल की मालिश करें।बाल काले हो जाएंगे और मजबूत भी होंगे।

इन बीमारियों मे आंवले का सेवन नहीं करना चाहिए।

सर्दियों के मौसम में आंवला खाना बहुत फायदेमंद माना जाता है। विटामिन C से भरपूर होने के साथ-साथ ही इसमें कई शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, इसलिए इसे सर्दियों का सुपरफूड भी कहा जाता है, आंवले के पोषक तत्व इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करते हैं, खाने के साथ-साथ इसका इस्तेमाल कई तरह की दवाईयों में भी किया जाता है, हालांकि आंवला हर किसी को लाभ नहीं पहुंचाता और कुछ खास कंडीशन वाले लोगों को इसके नुुकसान भी मिल सकते हैं, आइए जानते हैं कि किन लोगों को आंवला नहीं खाना चाहिए।

खून की बीमारी वाले लोग

कम ब्लड शुगर लेवल वाले लोग

प्रेग्नेंट या फिर ब्रेस्ट फीड कराने वाली महिलाएं

ड्राई स्कैल्प या स्किन वाले लोग

खून की बीमारी वाले लोग

सर्जरी कराने वाले लोगों को

ज्यादा हाइपर एसिडिटी वाले लोग

कितनी मात्रा में पीना चाहिए आंवला जूस ? 

सुबह खाली पेट आंवला जूस केवल 10 मिलीग्राम ही लें, फिर धिरें-धिरें बढ़ाकर 20 मिलीग्राम कर सकते हैं। इससे ज्यादा आंवला जूस का सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।अलग-अलग समय पर इसे दो बार में भी ले सकते हैं। ठंडे पानी के साथ आंवला जूस कभी न पिएं। गुनगुने पानी में 2-3 बड़े चम्मच आंवला जूस मिलाकर पिएं, इससे आप खाली पेट किसी भी साइड इफेक्ट होने से बचे रहेंगे।

आंवला खाने के नुकसान।

प्राकृतिक रूप से आंवला एसिडिक होता है। इसलिए इसे खाने से पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर अगर आप इसे खाली पेट खाएंगे तो आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है।

पेशाब के दौरान जलन की समस्या बढ़ सकती हैं, इसमें विटामिन सी होता है और अधिक विटामिन सी के सेवन से पेशाब करते समय जलन की समस्या बढ सकती है। इतना ही नहीं पेशाब करते समय दुर्गंध भी अधिक आती है।

आंवले को अदरक, टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया और लोबान के साथ लेने से लिवर की कार्यक्षमता खराब हो सकती है। इसलिए अगर आपको लिवर संबंधी बीमारी हैं तो इसका सेवन न करे।

आंवला का सेवन आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। लेकिन इसका लंबे समय तक सेवन करने पर शरीर में पथरी की संभावना बढ़ जाती है।

यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर, किडनी जैसी समस्याएं हैं, तो आंवला थोड़ा लिमिट में ही खाएं। इसके सेवन से शरीर में सोडियम लेवल बढ़ जाता है। किडनी की कार्य क्षमता भी प्रभावित हो सकती है। हाई ब्लड प्रेशर स्ट्रोक का कारण बन सकता है।

आंवला फाइबर से भरपूर होता है जिसके अधिक सेवन से कब्ज हो सकता है। अधिक आंवला खाने की वजह से मल कठोर हो जाता है। अगर आप रोजाना आंवला खाते हैं तो आपको पानी भी ज्यादा पीना चाहिए ताकि कब्ज जैसी दिक्कतें ना हो।

सलाह:- यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है, यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है, अधिक जानकारी के लिए अपने विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श लें। हमारी साइट इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करती है।

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